29-04-2020 कहानी : बकरी की सहेलियां (दोस्ती की परख) {Story: Goat's friends (test of friendship)}


   एक बार की बात है, एक बकरी थी। वो बहुत खुशी-खुशी अपने गांव में रहती थी। वो बहुत मिलनसार थी। बहुत सारी बकरियां उसकी सहेलियां थीं। उसकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। वो सभी से बात कर लेती थी और सभी को अपना दोस्त मान लेती थी।

          
          सभी कुछ अच्छा चल रहा था। लेकिन एक बार वो बकरी बीमार पड़ी और इस कारण वह धीरे-धीरे कमजोर होने लगी इसलिए अब वो पूरा-पूरा दिन घर पर ही बिताने लेगी। बकरी ने जो खाना पहले से अपने लिए जमा करके रखा था, अब वो भी खत्म होते जा रहा था।

एक दिन उसकी कुछ बकरी सहेलियां उसका हाल-चाल पूछने उसके पास आईं, तब ये बकरी बड़ी खुश हुई। इसने सोचा कि अपनी सहेलियों से कुछ और दिनों के लिए वह खाना मंगवा लेगी। लेकिन वे बकरियां तो उससे मिलने के लिए अंदर आने से पहले ही उसके घर के बाहर रुक गईं और उसके आंगन में रखा उसका खाना घास-फूस खाने लगीं।
ये देखकर अब इस बकरी को बहुत बुरा लगा और समझ में आ गया कि उसने अपने जीवन में क्या गलती की? अब वो सोचने लगी कि काश! हर किसी को अपने जीवन का हिस्सा व दोस्त बनाने से पहले उसने उन्हें थोड़ा परख लिया होता है, तो अब इस बीमारी में उसकी मदद के लिए कोई तो होता।




             Translate english=Once upon a time, there was a goat. She lived very happily in her village. She was very sociable. Many goats were her friends. He had no enmity with anyone. She used to talk to everyone and treat everyone as her friend.

Everything was going well. But once that goat fell ill and due to this she gradually started becoming weak, so now she will spend the whole day at home. The food that the goat had already stored for himself, now it was also getting over.

One day some of his goat friends came to him to inquire about his condition, then this goat was very happy. She thought that she would get food from her friends for a few more days. But those goats stopped outside her house before coming in to meet her and started eating her food in the courtyard.

Seeing this, now this goat felt very bad and understood what mistake he made in his life? Now she started thinking that I wish! Before making everyone a part and friend of his life, he would have tested them a little, so now there would be someone to help him in this disease.

                                  Plese share this blog for more story..........


                                                    
Dekhta India

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